विवरण: हनुमान जी, जिन्हें श्रीराम के परम भक्त और शक्ति, भक्ति, और अडिगता के प्रतीक के रूप में जाना जाता है, भारतीय संस्कृति और धर्म में एक विशेष स्थान रखते हैं। उनकी महिमा और पराक्रम को शब्दों में व्यक्त करना कठिन है, फिर भी कवि और शायर अपनी रचनाओं के माध्यम से उनकी दिव्यता को उजागर करते रहे हैं।
यह लेख हनुमान जी पर 50 सबसे प्रभावशाली शायरियों का संग्रह है, जिसमें उनके विभिन्न स्वरूपों जैसे संकटमोचन, अजर-अमर, और राम भक्त के रूप में गुणगान किया गया है। हर शायरी हनुमान जी की महिमा और उनकी असीम कृपा को समर्पित है, जिससे हर भक्त के मन में भक्ति की भावना जागृत होती है।
1. भक्ति का दीपक
विवरण: इस शायरी में हनुमान जी के प्रति अटूट भक्ति की भावना प्रकट होती है।
"मन में विश्वास, हृदय में जोश है,
राम भक्त के संग ही हर कष्ट का अंतोष है।"
2. अजर-अमर हनुमान
विवरण: हनुमान जी की अमरता और शक्ति को समर्पित।
"अजर-अमर बलशाली हनुमान,
करो कष्टों का तुम निदान।"
3. संकट हरने वाले
विवरण: हनुमान जी के संकटमोचन स्वरूप का वर्णन।
"जहां सुमिरन तेरा नाम हो,
संकट हरण वहां काम हो।"
4. जय बजरंग बलि
विवरण: हनुमान जी के पराक्रम और वीरता को समर्पित।
"जय जय जय बजरंग बलि,
तेरी महिमा सबसे अनोखी।"
5. राम के प्यारे
विवरण: श्री राम के प्रति हनुमान जी के अटूट प्रेम का वर्णन।
"राम का नाम जपते जो,
हनुमान उनके रक्षक हो।"
6. बालाजी का आशीर्वाद
विवरण: बालाजी हनुमान जी की कृपा और आशीर्वाद का गुणगान।
"बालाजी की छांव जहां,
हर सुख वहां, हर समाधान।"
7. शक्ति के अधिपति
विवरण: हनुमान जी की अलौकिक शक्ति और पराक्रम।
"तेरा बल जब तक साथ है,
हर मुश्किल आसान है।"
8. हनुमान की महिमा
विवरण: हनुमान जी के अद्भुत चरित्र और महिमा का बखान।
"हर भक्त के दिल में वास है,
हनुमान तुम्हारी यही तो खास है।"
9. वायु पुत्र की वंदना
विवरण: वायु पुत्र हनुमान जी की वंदना में समर्पित।
"वायु के संग तुमने उड़ान भरी,
भक्तों के संकट हर पल हरे।"
10. महावीर का स्मरण
विवरण: महावीर हनुमान जी के साहस और शक्ति का स्मरण।
"जहां महावीर की गूंज है,
वहां शत्रुओं की हार सुनिश्चित है।"
11. भूत-पिशाच नाशक
विवरण: हनुमान जी के बुरी शक्तियों को हराने के गुण।
"जहां तेरा नाम लिया जाए,
भूत-पिशाच कभी न आए।"
12. दीनों के साथी
विवरण: हनुमान जी का दीन-दुखियों की सहायता का भाव।
"हर दुखिया के तुम साथी हो,
हर पीड़ा के तुम रक्षक हो।"
13. भक्तों के रक्षक
विवरण: भक्तों की रक्षा में सदैव तत्पर रहने वाले हनुमान जी।
"जो भी तेरा नाम पुकारे,
उनके सारे कष्ट निवारे।"
14. अडिग भक्त हनुमान
विवरण: हनुमान जी की निष्ठा और अडिगता।
"भक्तों के मन में जो निवास करे,
हनुमान वही हर दिल को पास करे।"
15. कलियुग के संकटमोचन
विवरण: हनुमान जी का कलियुग में महत्व।
"कलियुग में तेरा सहारा है,
हर भक्त का तू प्यारा है।"
16. हनुमान चालीसा की महिमा
विवरण: हनुमान चालीसा के पाठ से मिलने वाली शांति।
"हनुमान चालीसा का जो पाठ करे,
हर संकट से वह दूर रहे।"
17. सच्चे सेवक
विवरण: हनुमान जी की राम सेवा में भक्ति।
"राम के सेवक, हनुमान बलवान,
सदा तुम्हारे हाथ है संसार का मान।"
18. विजय के प्रतीक
विवरण: हर युद्ध में विजय दिलाने वाले हनुमान।
"तेरे नाम की जो ध्वजा फहराई,
जीत सदा वहीं पर आई।"
19. पर्वत उठाने वाला वीर
विवरण: संजीवनी पर्वत उठाने वाले वीर हनुमान।
"पर्वत को हाथों में उठा लिया,
प्राणों का मान बचा लिया।"
20. राम नाम के दीवाने
विवरण: हनुमान जी का राम नाम में अटूट विश्वास।
"राम नाम के जो दीवाने हैं,
वही हनुमान के कदरदान हैं।"
21. बल और बुद्धि के अधिपति
विवरण: हनुमान जी की बल और बुद्धि दोनों में श्रेष्ठता।
"तेरा बल भी बड़ा, तेरी बुद्धि भी महान,
सदा करते हो भक्तों का कल्याण।"
22. सुग्रीव के सहायक
विवरण: सुग्रीव को राज दिलाने वाले सहायक।
"सुग्रीव को जिसने राज दिलाया,
उसका नाम हनुमान कहलाया।"
23. लंका दहन की गाथा
विवरण: हनुमान जी के अद्भुत पराक्रम की कहानी।
"लंका जलाकर जो आए,
ऐसे वीर को कौन भुलाए।"
24. भक्तों का सहारा
विवरण: हनुमान जी की भक्तों के प्रति दया।
"भक्तों का सहारा तू ही है,
हर दिल का करार तू ही है।"
25. पर्वतों के राजा
विवरण: हनुमान जी की पर्वत-सी अडिगता।
"पर्वतों को भी जिसने झुका दिया,
भक्तों का दिल जिसने जीत लिया।"